Tuesday, October 26, 2010

कुदरत के करिश्मे अरुणाचल के खूबसूरत पतंगे .... :)

कहीं आप लोग ये तो नहीं सोच रहे है कि आज अरुणाचल कि सैर कराने की जगह ये अरुणाचल के पतंगों के बारे मे पोस्ट क्यूँ।तो हमे यकीन है कि इस पोस्ट को पढने के बाद आप भी यही कहेंगे
आम तौर पर हम लोग पतंगों की तरफ कभी ध्यान नहीं देते है और ना ही उन्हें देखने की जरुरत ही समझते है पर यहां पर इन्हें इतने करीब से देखने पर लगा कि ये सिर्फ पतंगे नहीं बल्कि कुदर का एक करिश्मा है। जिससे हम लोग अनजान रहते है।
बेहद रंगीन (colourful) और डिजाइनदार और एक से बढ़कर एक । और हमें यकीन है की इन चंद फोटो को देखने के बाद आप भी यही कहेंगे।


अरे भई पतंगे इतने खूबसूरत और रंग-बिरंगे हो सकते है हमने तो ऐसा सोचाभी नहीं था पर जैसा कि हर जगह हम लोग कुछ नया देखते है तो यहां पर इतने अलग-अलग रंगों के पतंगे देखना भी बिलकुल ही नया अनुभव है।



और इन पतंगों को देख कर हम ये सोचने पर मजबूर हो जाते है कि कुदरत और भगवान ने इन्हेंकितना अनोखा बनाया है। हर पतंगे की अपनी ही विशेषता है।औ एक ख़ास बात ये सभी पतंगे रोज -रोज नहीं आते है बल्कि रोज नए आते है ।




अगर कभी हम ये सोचते है की चलो आज नहीं कल फोटो खींच लेंगे तो पता चला कि हम इंतज़ार ही करते रह जाते है। :)रात मे जो भी पतंगे आते है उनमे से कुछ फिर से वापिस नहीं उड़ कर जा पाते है क्यूंकि लाईट से टकराकर कुछ के पंख हल्के से टूट जाते है कुछ तो उड़ जाते है पर कुछ वापिस उड़ कर नहीं जापाते है।

इन खूबसूरत पतंगों के नाम तो हम नहीं जानते है पर हाँ इनके फोटो का एक अच्छा -ख़ासा collection हमारे पास हो गया है।



बारिश के दिनों (यहां तकरीबन पिछले ८ महीने से बारिश हो रही थी) मे तो रोज ही ढेरों पतंगे आ जाते थे पर आजकल बारिश बंद होने से इनका आना कुछ कम हो गया है। पर फिर भी रो एक-दो नए पतंगे नजर आ ही जाते है। :)





और हाँ ना केवल पतंगे बल्कि यहां पर कई तरह के मच्छर और मेढक भी हम देख चुके है। अब इतने बड़े पैरों वाले मच्छर को तो हमने पहली बार ही देखा है। :)


३-४ तरह के अलग -अलग रंग के मेढक देख चुके है । :)

चलिए तो आप लोग इन पतंगों को देखिये और बताइये क्या हमने कुछ गलत कहा है।